जन्म जयन्ती पर याद किये गये मानव भारती के संस्थापक डॉ. डी.पी. पाण्डेय
11 फरवरी, 1910 को मानव भारती के संस्थापक डॉ. डी.पी. पाण्डेय जी का जन्म हुआ था। डॉ. डी.पी. पाण्डेय एक महान दार्शनिक, शिक्षाविद् तथा प्रगतिशील विचार के व्यक्ति थे। बच्चों की शिक्षा के लिये इन्होनें अपना जीवन समर्पित कर दिया था, इन्हीं उद्देश्यों से प्रेरित होकर इन्होंने मानव भारती की स्थापना की। मानव भारती के माध्यम से बच्चों को वसुधैव कुटुम्बकम् की शिक्षा देने का ध्येय रखा। आज डॉ. पाण्डेय के सपनों का मानव भारती में अनवरत् अनेक गुणवत्ता के साथ अनुशासन में रहते हुये छात्र-छात्राओं को इंग्लिश मीडियम को-एजुकेशन की सुविधाएं प्ले गु्रप से बाहरवीं तक दी जा रही हैं।
डॉ. पाण्डेय के जन्म जयन्ती के अवसर पर कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। मानव भारती परिवार के सभी सदस्यों, शिक्षक, विद्यार्थियों तथा कर्मचारियों ने पुष्पांजलि अर्पित कर उनका स्मरण किया। इस अवसर पर मानव भारती के निदेशक, डॉ. हिमांशु शेखर ने महान दार्शनिक डॉ. पाण्डेय जी के विचारों को साझा किया, उन्होनें कहा कि हम सबको परिश्रम और अपने कर्तव्यों से बच्चों के अन्दर बिना तनाव के अनुशासन के साथ ज्ञान देने हैं ताकि ये बच्चे बड़े होकर अच्छे व्यक्ति बन सकें। स्कूल की शिक्षिका पुष्पा बिष्ट ने श्री पाण्डेय जी के व्यक्तित्व को सरल शब्दों में श्रोताओं के बीच रखा जो बड़ा ही रूचिकर एवं शिक्षाप्रद था। इस अवसर पर मानव भारती के बच्चों ने सर्वधर्म प्रार्थना के साथ शान्तिपाठ प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के शिक्षक डॉ. अनन्तमणि त्रिवेदी ने किया।